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"कहूँ कहानी"- रमेश बत्रा |
https://www.youtube.com/watch?v=cYWZsheaqkE | एक लाजा है वो बहोत गलीब है |
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"परिचित"- डॉ. रामनिवास मानव |
https://www.youtube.com/watch?v=96H4nrWtfXk | दस के नोट |
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"नन्दा"-कन्हैया लाल मिश्र प्रभाकर |
https://www.youtube.com/watch?v=ql3mQ9zapXA | नंदा उस नींद में सो रहा था जिससे कोई नहीं जागा |
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भोज, प्रतिभा राय |
https://www.youtube.com/watch?v=c4_P-QvrcTM&t=1s | एक दिन होने वाले भोज की तैयारी पिछले 10 दिनों से |
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गालियां- चंद्रधर शर्मा गुलेरी |
https://www.youtube.com/watch?v=jGDKC4Lez5g | क्योंकि अब गलियाँ चुभती हैं | |
आनंद लीजिये इन कहानियों का चेतना को छूने वाली कथावस्तु और मन को बाँधने वाली आवाज में |
धन्यवाद की पात्र हैं वह लेखिका/लेखिका जिन्होंने ये कहानियां लिखी और वह वक्ता यानी नम्रता जी जिन्होंने अपनी आवाज में इन्हें हमारे लिए और सुलभ तथा रोचक बनाया |
बोलते तो सब हैं एक बोलना ये भी है कि आप किसी चेतना को छूने वाली कहानी को आवाज दें |
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शुभकामनाएं