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समर्पण

ये समाज जिसमें आप रहते हो

ये घर जिसमें आप रहते हो

ये हवा जिसमें आप सांस लेते हो

इसकी बेहतरी के लिए काम करना ही

भगवान को समर्पित होना है |

 

- लवकुश कुमार