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अभिकेन्द्रीय और अपकेंद्रीय बल से जुड़े हुए कुछ तथ्यों को खाली जगह भरकर याद करने का अभ्यास -1

निम्नलिखित अधूरे वाक्यों की खाली जगह को भरकर इन्हें पूरा करिए और अपनी समझ को अभ्यास से मजबूत करिए :

1.अभिकेन्द्रीय बल
अभिकेन्द्रीय बल किसी पिंड को एक वृत्त में एकसमान रूप से गतिमान करने के लिए आवश्यक बल है। यह बल वृत्त की त्रिज्या के अनुदिश और केंद्र .............................कार्य करता है।
2.. अपकेन्द्रीय बल
अपकेन्द्रीय बल वह बल है जो किसी पिंड के वृत्ताकार पथ पर गति करते समय, पिंड की अपनी स्वाभाविक सीधी रेखा में पुनः गति
करने की "प्रवृत्ति"
के कारण उत्पन्न होता है।
अपकेन्द्रीय बल का परिमाण अभिकेन्द्रीय बल के परिमाण के ..........................होता है।
या छद्म बल अभिकेन्द्रीय बल के ................................होता है।


3.ऊर्ध्वाधर वृत्त में गति
क्षैतिज वृत्त में, गति गुरुत्वाकर्षण के कारण त्वरण (g) से प्रभावित नहीं होती है, जबकि ऊर्ध्वाधर वृत्त की गति में, गति गुरुत्वाकर्षण के कारण त्वरण (g) से प्रभावित  होती है अतः ऊर्ध्वाधर वृत्त की गति में 'g' का मान महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इस स्थिति में गति एकसमान नहीं रहती है। जब कण अपनी निम्नतम स्थिति से ऊपर की ओर गति करता है, तो उसकी गति तब तक
निरंतर जाती है जब तक वह अपने वृत्तीय पथ के उच्चतम बिंदु पर नहीं पहुँच जाता। यह गुरुत्वाकर्षण बल के विरुद्ध किए गए
कार्य के कारण होता है। जब कण वृत्त में नीचे की ओर गति करता है, तो उसकी गति ..........................रहती है।


उत्तर : 

1.की ओर 2.समान, बराबर और विपरीत 3.घटती, बढ़ती