1.घर्षण - संपर्क में दो सतहों के बीच किसी भी ...............के विरोध को घर्षण कहा जाता है। यह संपर्क में दो सतहों की सतही अनियमितताओं के 'अंतर-जाल' के कारण उत्पन्न होता है।
2. स्थैतिक और गतिज (गतिज) घर्षण - संपर्क में दो सतहों के बीच (i) सापेक्ष गति शुरू होने से ...........और (ii) उनके बीच सापेक्ष गति शुरू होने के ..................... लगने वाले घर्षण बलों को क्रमशः स्थैतिक और गतिज घर्षण कहा जाता है।
3. स्थैतिक घर्षण हमेशा गतिज घर्षण से थोड़ा .......................होता है।
4. गतिज घर्षण बल का परिमाण .................................के समानुपाती होता है।
5. सीमांत घर्षण बल - यह घर्षण बल तब कार्य करता है जब पिंड गति करने वाला होता है। यह संपर्क सतह पर लगने वाला ............................घर्षण बल है। हम
6. घर्षण के नियम:
(i) सीमांत घर्षण बल का परिमाण संपर्क सतह पर अभिलंब बल के ...................................होता है।
(ii) सीमांत घर्षण बल का परिमाण सतहों के बीच संपर्क क्षेत्र पर ..............................करता।
7. घर्षण गुणांक
दो सतहों के बीच घर्षण गुणांक (μ) उनके सीमांत घर्षण बल और उनके बीच अभिलंब बल का .....................होता है |
8. घर्षण कोण
यह वह कोण है जो सीमांत घर्षण बल F और अभिलंब अभिक्रिया R का परिणामी .......................की दिशा के साथ बनाता है।
09. विश्राम कोण
विश्राम कोण (α) एक झुके हुए तल का ...............................के साथ वह कोण है जिस पर उस पर रखा कोई पिंड बिना किसी त्वरण के नीचे की ओर खिसकना शुरू कर देता है।
10. घर्षण का महत्व बिना फिसलन के चलना और जहां दो प्रष्ठों को एक साथ चलाना हो वहाँ है जैसे की पट्टा और इंजिन (आटा चक्की, अन्य यंत्र जहां यंत्र को घुमाने के लिए उसे इंजिन से पट्टे द्वारा बल आघूर्ण देते हैं |)
उत्तर :
1.सापेक्ष गति, 2.पहले, बाद, 3.अधिक, 4. अभिलंब बल (normal reaction), 5. अधिकतम, 6.समानुपाती, निर्भर नहीं 7.अनुपात, 8.अभिलंब अभिक्रिया, 9.क्षैतिज