जब आप कोई भी छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा कार्य गुणवत्ता को ध्यान में रखकर करते हैं तो इससे निम्नलिखित फायदे हो सकतें हैं जो आपकी सफलता और समृद्धि के ग्राफ में टिकाऊ इजाफा करने में सक्षम हैं ,
१. आपकी मन स्थिति बेहतर होती है और आप आत्मगौरव का एहसास करते हैं, करके देखिए अनुभूति होगी ।
२. आपके आसपास के दूसरे लोग आपके काम से प्रभावित हो अनुसरण करेंगे और माहौल की बेहतरी मे योगदान देंगे आखिर आप भी तो किसी के द्वारा प्रदत्त सेवाओं के उपभोक्ता होंगे और उच्चतम गुणवत्ता की उम्मीद रखते होंगे, लीडर बनिए और शुरुआत स्वयं कीजिए, आगे बढिए, सही काम के लिए जरूर आगे बढिए ।
३. कुछ लोग आपकी प्रशंसा भी करेंगे और आपको महत्वपूर्ण महसूस करवायेंगे जो आपको और आपके आसपास के कुछ अन्य लोगों को और अधिक गुणवत्तापूर्ण कार्य के लिए प्रेरित करेगा।
४. आपका काम अगर सही नजरों में आया या लाया गया तो कद्रदान लोग आपको उचित पदस्थापना देने में पीछे नहीं हटेंगे और आपके सामने मौके और शक्तियां आयेंगी चीजों को बेहतर करने के ।
पदस्थापना से भी ऊपर है आपकी मन स्थिति।
आखिरकार हमारे सारे प्रयासों का ध्येय एक बेहतर और सुरक्षित जीवन ही तो है फिर क्यों न इसे पाने के लिए पहले खुद को और फिर लोगों को अपने हाथ में लिए हुए काम को बेहतर तरीके से करने के लिए प्रेरित करने से करें।
एक अभ्यर्थी के लिए वर्तमान विषय को जुझारूपन के साथ निपुणता हासिल करने के उद्देश्य को ध्यान में लेकर अध्ययन करना ही वास्तव में उसे उपयोगी बनाता है ।
यह बिल्कुल उसी तरह है जैसे एक अभ्यर्थी द्वारा जिसने अपनी १२वीं तक की पढ़ाई समझकर की हो उसके लिए आगे की पढ़ाई या किसी प्रतियोगिता की तैयारी सुरूचिपूर्ण और अपेक्षाकृत आसान हो जाती है।
अतः आज अगर आप इस लेख को पढ़ रहे हैं, उम्र के किसी भी पड़ाव पर तो प्रण लें कि जो भी काम हांथ में लेंगे अपना या दूसरे का तो उसे अधिकतम संभव गुणवत्ता के साथ अंजाम देंगे और यही होगा अपने समय का सही इस्तेमाल और सम्मान।
क्योंकि अगर आप कोई काम बस काम चलाऊ कर रहे हैं तो आप अपनी क्षमता और समय दोनों का अपमान कर रहे हैं और अगर आप खुद ही अपने समय का अपमान करेंगे तो औरों से क्या उम्मीद रखेंगे।
- लवकुश कुमार
लेखक भौतिकी में परास्नातक हैं और वर्तमान में भारत मौसम विज्ञान विभाग में अराजपत्रित अधिकारी हैं।
ये लेखक के निजी विचार हैं और समाज की बेहतरी के प्रयोजन से लिखे गए हैं।