बच्चों को इन महान विभूतियों के बारें में पढ़ायें और उन्हें गुणवान तथा उच्च आदर्शों वाला इंसान बनाये, फिर वो ना छोटी बातों पर परेशान होंगे और ना ही छोटी बातों में फंसेंगे, फिर उनके उद्देश्य भी बड़े होएँगे और उनके काम में उत्कृष्टता दिखेगी और साथ ही वो दूसरों की दिक्कत के प्रति संवेदनशील भी होंगे और परिस्थितियों के साथ सामंजस्य बिठाकर सही और त्वरित निर्णय ले पाएंगे |
अच्छा हो कि इनकी जीवनी पर आधारित पुस्तकें एक डिस्प्ले रैक में लगा दें बच्चों के अध्ययन कक्ष में |

स्वयं भी पढ़ें और बच्चों के साथ प्रेरणादायक प्रसंग साझा करें |
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1 |
टॉल्स्टॉय- मानव जीवन के भाष्यकार |
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रानी दुर्गावती - स्वतंत्रता के लिए प्राण अर्पण करने वाली, युद्ध लड़ने वाली विरंगना |
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3 |
पंडित-मदन-मोहन-मालवीय : बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्थापक |
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4 |
श्रीमती सरोजिनी नायडू - मातृभूमि की सच्ची सेविका |
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5 |
महारानी अहिल्याबाई - उदारता और महानता की प्रतिमूर्ति |
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6 |
स्वामी श्रद्धानंद - भारतवर्ष के प्राचीन आदर्श, गुरुकुल |
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7 |
कर्मयोगी केशवानंद - साधु- संन्यासियों |
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8 |
समर्थ गुरु रामदास - भक्ति और शक्ति के समन्वयी |
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9 |
वीर शिवाजी - शौर्य और धर्मनिष्ठा के प्रतीक |
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10 |
रवीन्द्र नाथ टैगोर - साहित्यिक ऋषि, नोबल पुरस्कार |
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11 |
गुरु गोविंद सिंह- भक्ति और शौर्य के अमर साधक |
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गणेश शंकर विद्यार्थी- त्याग और बलिदान के आराधक |
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देशबंधु चितरंजनदास - वकालत का अपूर्व आदर्श |
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श्री विश्वेश्वरैया - स्वावलंबन द्वारा उच्च शिक्षा • सार्वजनिक लाभ के निर्माण कार्य जन जीवन में शिक्षा की महत्ता • राष्ट्रीय चरित्र का विकास, कैसा भी अवसर क्यों न हो, मनुष्य को अपना स्तर नहीं घटाना चाहिये ।। ऊँचा स्तर रखने से उसका प्रभाव अच्छा ही पड़ता है और आज नहीं तो कल लोग उसकी तरफ आकर्षित होते ही हैं |
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15 |
राजा राम मोहन राय - एक ब्रह्मोपासना का प्रचार उन्नीसवीं सदी का समय भारतवर्ष के इतिहास में महान् परिवर्तनों का था |
इन जीवनियों को आप किफायती लागत में गायत्री परिवार की वेबसाइट से भी प्राप्त कर सकते हैं |