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'तृषित' : एक जीवन यात्रा- पुस्तक परिचय

डॉ॰ प्रीति अग्रवाल द्वारा लिखित यह प्यारी सी पुस्तक, आदरणीय डॉ॰ विजय अग्रवाल सर के जीवन, संघर्ष, कार्यों और अनुभवों पर आधारित है, प्रकाशक बेनतेन बुक्स के शब्दों मे - " यह एक पिछड़े छोटे से गांव में निम्न-मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे डॉ. विजय अग्रवाल के जीवन की सच्ची कहानी है। यह उस किसी भी ऐसे व्यक्ति की कहानी है, जो अपनी विपरीत परिस्थितियों से हार मानने से इंकार करके अपनी ज़िन्दगी में निरंतर अग्रसर होता जाता है। इसको पढ़ते समय इसमें आपको कई जगह अपनी झलक दिखाई दे सकती है। इस पुस्तक मे आपकी मुलाक़ात केवल घटनाओं से ही नहीं होगी बल्कि उन घटनाओं को जन्म एवं स्वरूप देने वाले जीवन के सूत्रों से भी होगी | 'तृषित' यानि प्यासा | यह आपके लिए  ' जीवन के जलकुंड '  का भी काम कर सकती है, आपके जीवन से जुड़े कुछ प्रश्नो के उत्तर देकर   "


मैंने क्या बेहतरी महसूस की इस पुस्तक को पढ़कर:

  • अपने आदरणीय डॉ॰ विजय अग्रवाल सर के शुरुआती जीवन को जानने का मौका मिला जहां से चलकर वह ऐसे इंसान बने जिन्होने अपने छात्र प्रेम और देश प्रेम के चलते युवाओं को संबोधित कर कई किताबें लिखी जिनके केंद्र मे, युवाओं के जीवन मे संवेदनशीलता, तार्किकता, कर्मठता, साहस, स्पष्टता और समझ को उचित स्थान देना रहा, सिविल सेवा परीक्षा मे सफलता के साथ-साथ डॉ॰ साहब की किताबें पाठकों को एक संयत, संतुलित, शांतिमय और सफल जीवन जीने के सूत्र प्रदान करती हैं |
  • ये जानने और समझने का अवसर मिला कि एक विनम्र पृष्ठभूमि से आने वाला एक आम युवक जिसने बचपन मे ही अपने पिता को खो दिया हो, कैसे देश की प्रतिष्ठित सेवाओं मे जगह बनाई और समाज मे चल रही दहेज पृथा जैसी कई बुराइयों को टक्कर देते हुये आगे बढ़ा और अपने काम और कौशल के दम पर लोगों के दिलों मे जगह बनाई | इनके वृत्तान्त से स्पष्टता और साहस दोनों मिलते हैं |
  •  साहित्य मे, अग्रवाल साहब का एक विशेष नाम है, उनकी यहाँ तक की यात्रा और विकास की झलक मिली और एक रास्ता भी अपनी साहित्यिक यात्रा को आगे बढ़ाने का |
  • ये जाना कि कैसे आप अपने काम के प्रति समर्पण और दूसरों के सहयोग को उचित मान देकर आप दूसरों का, अफ्नो का अनवरत सहयोग हासिल कर सकते हैं |
  • ये जाना कि एक लेखक और समाजसेवी के जीवन मे सहयोगी पत्नी का कितना अहम योगदान होता है |
  • ये जाना कि कैसे आप अपने बड़ों के स्नेह का पात्र बन सकते हैं | 
  • ये जानने का अवसर मिला कि आज जो AFEIAS.COM द्वारा, सिविल सेवा परीक्षा के साथ साथ जीवन प्रबंधन पर तार्किक सामग्री और नियमित सम्बोधन का जो अनवरत सिलसिला चलाया जा रहा है वो कैसे शुरू हुआ, ये समझ मेरे जीवन मे उपयोगी साबित होगी ऐसा मेरा विश्वास है |

 

बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय डॉ॰ प्रीति अग्रवाल को कि उन्होने इस पुस्तक को लिखकर हमारे जैसे युवाओं को अपने अजीज डॉ॰ विजय अग्रवाल सर को और बेहतर तरीके से जानने समझने का मौका दिया |

 

मुझे पूरा विश्वास है कि पाठक इस पुस्तक को पढ़कर  बहुत कुछ बेहतरी की तरफ बढ़ सकते हैं फिर चाहे वो जीवन का मामला हो या प्रातियोगी परीक्षाओं की तैयारी का मामला हो |

शुभकामनायें