इन उक्तियों को मैंने अपने बेटे और भतीजे के जन्मदिन वाले वीडियो मे डाला था, ज्यों का त्यों आपके सामने प्रस्तुत है
बेटे आज तुम्हारे जन्मदिन पर मेरी तरफ से मेरी समझ और मेरे अनुभव से कुछ बातें-
- न चिंता, न चाहत, स्वभाव तुम्हारा है बादशाहत
- एक बात याद रखना बेटा की
जो भयानक है, वो कुछ छीन नहीं सकता
और जो आकर्षक है, वो कुछ दे नहीं सकता
- व्यर्थ है मन को बांधना, समझदार बनना
- न एकाग्रता, न नियंत्रण, मात्र होश
- यथार्थ है सहज जानना
- जवानी अकेले दहाड़ती है शेर की तरह, ऐसे जवान बनना
- आदर्शों को अस्वीकार करना
- बड़े होगे तो प्रेम को समझना बेटा :
- दूसरे की चिंता करते रहने को प्रेम नहीं कहते
- प्रेम की भीख नहीं मांगते, न प्रेम को दया मे देते हैं
- प्रेम और मोह मे फर्क समझना बेटा
- जो बढ़े घटे, आकर्षित करे, वो प्रेम नहीं
- घटनाएँ बहायेंगी, तुम अडिग रहना
- ऐसा कर्म जो आज़ादी दे दे
- आज़ादी किससे ? डर और लालच से
- इस बात को समझना की जहां आशक्ति वहाँ दुख
- जिज्ञासा करो , संशय नहीं
- सुख और दुख मे फर्क ना महसूस हो जहां दिल को उस मुकाम पर लेते जाना बेटा
- सपने से बाहर आकार स्वयं का अवलोकन करना बेटा
- मान अपमान से परे हटकर सत्य और शांति के लिए काम करना
- इस बात को समझना बेटा की बुद्धि नहीं, बुद्धि का संचालक महत्वपूर्ण है
जन्मदिन की शुभकामनाएं और बधाई बेटा
संदर्भ - आचार्य प्रशांत की शिक्षाओं और अन्य आध्यात्मिक साहित्य के साथ स्वयं की अनुभवजनित समझ पर आधारित