हैलो
नमस्ते दादा
नमस्ते भइया, कैसे हो ?
ठीक हूं दादा, आज जा रहा हूं रिपोर्ट लेनें, दिल्ली
पता नहीं क्या निकलेगा रिपोर्ट में, वैसे सब कुछ ठीक ही होना चाहिए, है न दादा
हां सब कुछ ठीक ही होना चाहिए, बाकी तुम परेशान न हों, कोई अगर थोड़ी बहुत दिक्कत होगी भी तो मेडिकल साइंस बहुत आगे है, डाक्टर ठीक कर देंगे, आनंद ने अपने छोटे भाई आशीष को हिम्मत देते हुए कहा।
ठीक है दादा नमस्ते, इतना कहकर आशीष ने फोन काट दिया।
आशीष को आनंद दादा कि ये बात बुरी लग गयी कि " थोड़ा बहुत कुछ दिक्कत होगी तो......."
क्योंकि उसने तो ये सुनने के लिए फोन किया था कि ," तुम परेशान न हों रिपोर्ट नार्मल आएगी "
इधर अचानक से फोनकाल पूरी होने से, आनंद दादा को भी शंका हुई कि उनका प्रयास, छोटे भाई को हर परिस्थिति के लिए तैयार करने का था, लेकिन असर तो कुछ और ही हो गया शायद!
-लवकुश कुमार