कल १४ अप्रैल को देशभर में अंबेडकर जयंती को उनके मानने वाले, उनके शुक्र गुजार लोगों ने श्रद्धा पूर्वक मनाया, मैंने भी कल अपने साथ उठने बैठने वाले लोगों के साथ, बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की शिक्षाओं, उनके संघर्षों और उनके कार्यों पर चर्चा की।
बात आरक्षण पर आयी, मैंने कहा
देश के समुचित विकास के लिए और देश के नागरिकों के बीच बंधुता के लिए ताकि आपसी सौहार्द बना रहे, ््््््््््््््््््््््््््््
आरक्षण एक अफरमेटिव एक्शन है, जिसके द्वारा समाज के उस तबके को मौका दिया जा रहा है पढ़ाई और नौकरी का जो समाज की मुख्य धारा से पिछड़ चुके हैं ताकि वो भी अपनी प्रतिभा और कौशल से देश के विकास में योगदान दे सकें।
जितने ज्यादा लोग इस देश के विकास में बेहतर योगदान देंगे उतनी ही जल्दी हम महाशक्ति बनेंगे।
किसी तबके को ये न लगे कि उन्हें तो मौका ही नहीं मिला अच्छी शिक्षा पाकर देश के लिए कुछ बेहतर से बेहतर करने का, मानव जीवन की उच्चतम संभावना को पाने का, नहीं तो ये मलाल रह जाएगा मन में और समय दर समय प्रस्फुटित होता रहेगा।
फिर दोहराना चाहता हूं कि देश महान होता है देश के लोगों से, जब हर किसी को अवसर मिलेगा मानव जीवन की उच्चतम संभावना को पाने का तब ही देश महान होगा और नित विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।
शुभकामनाएं