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उत्कृष्टता, प्रशंसा और बेहतर समाज - आदर किसका

जब हम लोगों के सकारात्मक पहलुओं की प्रसंशा करके
उन्हें बेहतर करने के लिए प्रेरित करते हैं तो यह ज्यादा कारगर होता है,
बजाय उन्हे नीचा/हीन दिखाने वाली आलोचना / तुलना से |

जब हम लोगों को उनके काम, उपलब्धियों और सामाजिक योगदान
से पहचानते हैं तो दुनिया बहुत खूबसूरत लगती है|


आजकल देखने को मिलता है की लोग पैसा देखकर

इज्ज़त करते हैं लोगों की, पैसे का स्रोत क्या है इसकी परवाह नहीं करते,
अगर पैसे का स्रोत कोई ऐसा काम है जो समाज को गंदा कर रहा हो,

नफरत और डर भर रहा हो लोगों मे, या ऐसा कोई काम जो लोगों की

गरिमा को छिन्न भिन्न करे या समाज को कमजोर करे,

अनैतिक रीतियों को जन्म दे/ आगे बढ़ाए फिर ऐसे इंसान

सम्मान के नहीं दंड के भागी हैं, ये उसी हवा को गंदा करते हैं जिसमे सांस लेते है,

बस जरूरत है समय से समझने की उसके लिए हमे

अपनी आँखों से लालच/डर/अकर्मण्यता का चश्मा हटाना होगा |
 

सभी नौनिहालों से उम्मीद है कि अपने सामाजिक कर्तव्य

 ध्यान में रखकर क्षमता निर्माण पर काम करेंगे |


आपके आस पास कोई भी कुछ अच्छा काम करे तो उसकी

प्रशंसा जरूरु करें भले ही आपका उससे कोई सीधा सरोकार

या स्वार्थ न हो क्यूंकी समाज मे उत्कृष्ट कार्यों की तारीफ

और अधिक लोगों को ऐसा करने के लिए प्रेरित करेगी और

इस तरह समाज मे अच्छे लोगों की संख्या बढ़ेगी अतः समय

निकालें सही काम की तारीफ और प्रचार के लिए

"यह बिलकुल उसी तरह है जैसे की अपने पीने वाले पानी मे मिनरल मिलाना |"

कोई आपको अपना काम बहुत अच्छे तरीके से करता दिखे

तो रुककर उसकी तारीफ जरूर करें ताकि ऐसे लोगों की

संख्या बढ़े और लापरवाही से अपना काम करने वालों की संख्या कम हो |